बटवारे की आग 

उचित और अनुचित परिस्थितियों के कारण अब पूरा देश तबाह हो रहा था. गलियां, गाँव, कस्बे और शहर जल रहे थे क्योंकि भारत के कुछ जानकार लोगों ने एक...

कड़वा सच

लोग कहते हैं यह आधुनिक युग है, इसमें वैचारिक उन्नति हुई है। पर मुझे तो अपने आस पास ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। जिस युग को आज के तथाकथित...