इतना बड़ा फैसला आया,
कविराज कुछ तो सुना दीजिए।
वर्षों लम्बा वनवास,
राजा राम चन्द्र का हुआ पूरा,
इस पावन अवसर पर अपने मनोभावों को,
शब्दों के सांचे में ढाल दीजिए,
कविराज कुछ तो सुना दीजिए।
हे! शब्दों के जादूगर अब तो,
अपनी जादू की छड़ी उठा लीजिए,
नहीं बहुत तो,
अवधराज के राज महल (मंदिर) का,
शब्द चित्र ही चित्रित कीजिए,
नया गीत एक रच दीजिए,
कविराज कुछ तो सुना दीजिए।