बात 2 बरस पुरानी है,
लेकिन बड़ी भयावह कहानी है.
एक भीषण महामारी ने दुनिया में दी थी दस्तक,
दुनिया उसे कोरोना नाम से जानी है.
बड़ा भयावह वातावरण दुनिया में उसने बनाया था,
मौत का तांडव चारों ओर मचाया था,
चारों ओर हाहाकार ही छाया था.
एक-एक सांस को तड़प तड़प कर मानव ने प्राण गंवाया था,
प्रकृति का सही मूल्य तब उसकी समझ में आया था.
प्रकृति ने मानो! चेतावनी का शंख बजाया था,
एक सामाजिक प्राणी को समाज से दूर रहने को विवश बनाया था,
एक ऐसा समय भी आया था.